Rajasthan Update - पढ़ें भारत और दुनिया के ताजा हिंदी समाचार, बॉलीवुड, मनोरंजन और खेल जगत के रोचक समाचार. ब्रेकिंग न्यूज़, वीडियो, ऑडियो और फ़ीचर ताज़ा ख़बरें. Read latest News in Hindi.
बाल विवाह अभिशाप, रोकने के लिए कानून के साथ समाज की भागीदारी अहम
रैली, मेंहदी एवं निबंध प्रतियोगिता सहित जागरूकता गतिविधियों के आयोजन के साथ जिले के बालक -बालिकाओं ने ली बाल विवाह रोकथाम की शपथ
चूरू, (16 अक्टूबर 2023)। पूरे देश में चल रहे “बाल विवाह मुक्त भारत” अभियान के तहत सोमवार को ‘‘बाल विवाह मुक्त भारत‘‘ दिवस के मौके पर गैर सरकारी संगठन राजस्थान महिला कल्याण मण्डल, चाचियावास अजमेर के क्षेत्रीय कार्यालय चूरू के तत्वावधान में जिले के 20 से अधिक विद्यालयों, छात्रावास, रेल्वे स्टेशन, जन समुदाय में जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर राजस्थान महिला कल्याण मण्डल के निदेशक राकेश कुमार कौशिक ने कहा कि बाल विवाह एक अपराध है, जिसने सदियों से हमारे समाज को जकड़ रखा है लेकिन नागरिक समाज और सरकारों द्वारा राज्य को बाल विवाह मुक्त बनाने के प्रति सक्रियता दिखाई गई है।
उन्होंने कहा कि प्रतिबद्धता और प्रयास जल्द ही एक ऎसे माहौल और तंत्र का मार्ग प्रशस्त करेंगे, जहां बच्चों के लिए ज्यादा सुरक्षित और निरापद वातावरण होगा। इन दोनों द्वारा साथ मिल कर उठाए गए कदमों और लागू किए गए कानूनों के साथ समाज व समुदाय की भागीदारी 2030 तक बाल विवाह मुक्त भारत सुनिश्चित करेंगी।
एक्सिस टू जस्टिस फॉर चिल्ड्रन की जिला समन्वयक रुकैया पठान ने बताया कि इन कार्यक्रमों में 6 हजार से अधिक बच्चों ने बाल-विवाह रोकथाम की शपथ ली और कहा कि वे न तो बाल विवाह का समर्थन करेंगे और न इसे बर्दाश्त करेंगे।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण- 5 (एनएचएफएस-2019-21 ) के आंकड़ों के अनुसार पूरे देश में 20 से 24 आयुवर्ग के बीच की 23.3 प्रतिशत युवतियों का विवाह 18 वर्ष की होने से पहले ही हो गया था। अतः कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन्स फाउण्डेशन के द्वारा स्वयं सेवी संस्थाओं के सहयोग से भारत में बाल विवाह को कम करने के लिए अभियान चलाया गया है।
रूकैया ने बताया कि देश के 300 से भी ज्यादा जिलों में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान चलाया जा रहा है। भारत में 2030 तक बाल विवाह के समग्र खात्मे के लक्ष्य के साथ पूरी तरह से महिलाओं के नेतृत्व में चल रहे इस अभियान से देश के 160 गैर सरकारी संगठन जुड़े हुए हैं। सोमवार को इस अभियान का एक वर्ष पूरा हुआ है। इस अरसे में पूरे देश में हजारों बाल विवाह रुकवाए गए और लाखों लोगों ने अपने गांवों और बस्तियों में बाल विवाह का चलन खत्म करने की शपथ ली। उन्होंने बताया कि स्कूलों में रैली, पेन्टिंग, निबन्ध, मेहन्दी, नारा लेखन, विचार अभिव्यक्ति आदि गतिविधियों के आयोजन के साथ इस अभियान के समर्थन में बालक -बालिकाओं ने स्कूल स्टाफ के सहयोग से बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता का आह्वान किया। संस्था द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन वाले बच्चों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार से पुरस्कृत कर उत्साहित किया गया।
जिले में बड़े पैमाने पर हुए इन कार्यक्रमों में स्कूल स्टाफ और समुदाय के लोगों ने हिस्सा लिया और इसे सफल बनाने में योगदान दिया।
इस दौरान संस्था के जिला कार्यालय टीम से कपिल भाटी, पूनम सिसोदिया, रिजवान खान, सुमन चोपड़ा, अनिला जोया, अमित चौधरी, ऋषभ भाटी, सुमन शर्मा, राहिल खान, निर्मल कुमार शर्मा, मोहम्मद मुशर्रफ, राकेश कुमार कल्ला, हनुमान स्वामी, रामावतार, सुनील कुमार सहित जन समुदाय, प्रतिनिधि एवं आरपीएफ स्टाफ ने भाग लिया।