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आई.आई.टी., नई दिल्ली के विद्यार्थियों ने डालमिया सेवा संस्थान के वर्षाजल संरक्षण, कृषि, पर्यावरण सरंक्षण संबधी कार्यों को समझा
चिडावा,(12 मार्च 2025)। भारतीय प्रौधोगिकी संस्थान, नई दिल्ली से आए विद्यार्थियों के दल ने रामकृष्ण जयदयाल डालमिया सेवा संस्थान द्वारा पानी, पर्यावरण संरक्षण, समन्वित कृषि प्रणाली के क्षेत्र में किए जा रहे विभिन्न कार्यो का अवलोकन किया एवं समझा।
संस्थान के परियोजना प्रबंधक भूपेन्द्र पालीवाल ने सभी छात्रों को संस्थान परिसर में बने जल संसाधन केन्द्र का अवलोकन करवाया और उसके बारे में जानकारी दी। दल को चिड़ावा पंचायत समिति क्षेत्र के गांव भुकाना, महरमपुर, खुडोत, गोविन्दपुरा, इस्माईलपुर एंव जखोड़ा गांवों में संस्था द्वारा किए जा रहे वर्षाजल एंव पर्यावरण संरक्षण संबधी एंव अन्य विकास कार्यो एवं समन्वित कृषि प्रणाली के तहत रबी फसलों एवं फलवृक्षों के बगीचों का अवलोकन करवाया।
इस अवसर पर संस्थान के जल संसाधन एंव ग्रामीण विकास समन्वयक संजय शर्मा ने विभिन्न गांवों के भूजल स्तर के बारे में जानकारी दी एवं संस्थान द्वारा किये जा रहे वर्षा जल संग्रहण कूप, पुनर्भरण कूप, पीजोमीटर, सोखती कुई, टांका एवं विभिन्न कार्यो के बारे में विद्यार्थियों को विस्तार से जानकारी दी एवं उन्होनें कार्यो में समाज की सहभागिता के बारे में बताया। सभी को चिडा़वा क्षेत्र के घटते हुये जल स्तर को कम करने के लिए की जा रही सभी गतिविधियों की जानकारी विस्तार से बताते हुए कहा कि इन सब कार्यों के करने का उद्देश्य वर्षाजल का संरक्षण, कृषि लागत में कमी लाना, भूजल का दोहन रोकना, कृषक की आमदनी में वृद्धि करना, समाज को स्वच्छता के लिए जागरूक करना है।
उन्होनें बताया कि वर्षाजल संरक्षण के साथ – साथ हमें भविष्य में चाहिए कि किसान कम पानी चाहने वाली फसलों के बीजों का इस्तेमाल करे। साथ ही भूजल का स्तर कम से कम गिर पाए इसके लिए कम सिंचाई वाली फसलों के बारे में जानकारी दी। संस्थान द्वारा लगाये गये फलवृक्षों के बगीचों के बारे में जानकारी दी व छात्रों को बताया कि घटते भूजल स्तर को रोकने के लिए फसल उत्पादन की जगह बगीचा लगाना ही एकमात्र समाधान है।
इस अवसर पर संस्थान के कृषि एंव जल संसाधन क्षैत्रिय पर्यवेक्षक अजय बलवदा, राकेश महला, बलवान सिंह, मानसिंह, सूरजभान रायला एंव आई0 आई0 टी0 दिल्ली से कनिष्क खाताना, चित्रेश भट्टी, आर्यन, आंकित यादव, योगदेव चैहान, सुरेन्द्र कुमार एवं प्रबुद्ध ग्रामीण जन उपस्थित रहे।