Rajasthan Update - पढ़ें भारत और दुनिया के ताजा हिंदी समाचार, बॉलीवुड, मनोरंजन और खेल जगत के रोचक समाचार. ब्रेकिंग न्यूज़, वीडियो, ऑडियो और फ़ीचर ताज़ा ख़बरें. Read latest News in Hindi.
बेटी देवी रूप है, जिसमें बसे त्रिकाल। जो दया क्षमाशील है, जिसकी शक्ति विसाल।।
बेटी अपने काम से, रखती कुल की लाज । जिस घर पांव पड़े जहां, उसको देती साज।।
जिस घर में बेटी नहीं, वह घर है कंगाल। बेटी लक्ष्मी रूप है, कर दे मालामाल।।
बेटी बेटा से सदा, रहे बुद्धि में तेज। हर गलत व्यसन से सदा, करती है परहेज।।
बेटी पढ़ने में सदा, हर तरह बुद्धिमान। सेवा के हर क्षेत्र में , बने देश की शान ।।
बेटी घर में आ गई, खुशियों की बौछार। पढ़ लिख कर आगे.बढ़ी,चमक गया परिवार।।
बेटी दूर भले रहे, रखे सभी का ख्याल। मां बाप के लिये सदा, सेवा बने मिसाल।।
बेटा जब मां बाप को ,रखे न अपने धाम। संकट के इस दौर में, बेटी आये काम।।
बेटी जब होती बिदा, भरा घर सूनसान। जिस घर में पग को रखे, बढ़ जाती है शान ।।
बेटा पाने के लिये, बेटी का संहार। कन्या भ्रूण की हत्या, हो रही बारम्बार।।
बेटी – बेटा में भेद , करना है बेकार। बेटी भी करने लगी, व्यापार -रोजगाार।।
बेटी घर में जन्म ले, करें न मन को उदास । जब भी संकट काल हो, बेटी रहती पास।।
बेटा बेटी में कभी, नहीं करें मतभेद। कन्या भ्रूण की हत्या, पर करे सभी खेद।।
डॉ. भरत मिश्र प्राची
साहित्यकार पत्रकार,
मो. 9414541326