Rajasthan Update - पढ़ें भारत और दुनिया के ताजा हिंदी समाचार, बॉलीवुड, मनोरंजन और खेल जगत के रोचक समाचार. ब्रेकिंग न्यूज़, वीडियो, ऑडियो और फ़ीचर ताज़ा ख़बरें. Read latest News in Hindi.
जयपुर,। संस्कृत शिक्षा, कला, साहित्य एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बी डी कल्ला ने वंशलेखको का समाज में योगदान को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि वंशावली लेखन भारत की महान परम्परा है, और वंशलेखक वंशलेखन के साथ-साथ सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओ को भी घर घर लेकर जाये जिससे कि कोई भी पात्र व्यक्ति योजनाओ के लाभ से वंचित ना रहे। उन्होने वंशलेखको को वंशावली के साथ साथ प्रदेश एवं देश का इतिहास भी लिखने पर जोर दिया। उन्होने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओ के लिये उन्हे ‘इतिहास पुरूष‘ की संज्ञा दी।
डॉ. कल्ला मंगलवार को यहां हरीश चन्द्र माथुर राज्य लोक प्रशासन संस्थान में वंशावली संरक्षण एवं संवर्धन अकादमी द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय वरिष्ठ वंश लेखक प्रतिनिधि सम्मेेलन को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को बचाने की जिम्मेदारी लेखकों पर होती है अतः वंशलेखक वंश लेखन के साथ-साथ देश प्रदेश में हो रही महत्वपूर्ण घटनाओं का इतिहास भी लिखे। उन्होने सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए ओल्ड पेंशन स्कीम, चिरंजीवी योजना समेत जनकल्याणकारी योजनाओं को असाधारण बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में एक नये राजस्थान का निर्माण हुआ है।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि राजस्थान वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष खानू खां बुधवाली ने कहा कि प्रदेश में वंश लेखको को संरक्षण एवं संवर्धन का काम निरंतर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी जनकल्याकारी योजनाओ के माध्यम से विकास की नई गाथा लिख रहे है जिसको घर घर लेकर जाने की जिम्मेदारी वंशलेखको की है। इसके साथ ही उन्होने कहा सरकार सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में भी बेहतरीन काम कर रही है।
समारोह में मुख्यमंत्रीअशोक गहलोत के विशेषाधिकारी फारूख अफरीदी ने मुख्यमंत्री का संदेश पढकर मुख्यमंत्री के तरफ से आयोजको को समारोह के सफल आयोजन के लिये शुभकामनाएं दी।
वंशावली संरक्षण एवं संवर्धन अकादमी के अध्यक्ष रामसिंह राव ने अकादमी के गठन लिये मुख्यमंत्री श्री गहलोत को धन्यवाद किया। उन्होने कहा कि यह मुख्यमंत्री की जनहितेषी सोच का ही परिणाम है कि प्रदेश में धन की कमी के चलते ईलाज के अभाव में किसी की मृत्यु नही हुई है।
समारोह में वंशावली संरक्षण एवं संवर्धन अकादमी के सदस्य भवानी सिंह जाडोत, महावीर सिंह, राहुल समेत प्रदेश भर के वंशलेखक उपस्थित रहें।