Rajasthan Update - पढ़ें भारत और दुनिया के ताजा हिंदी समाचार, बॉलीवुड, मनोरंजन और खेल जगत के रोचक समाचार. ब्रेकिंग न्यूज़, वीडियो, ऑडियो और फ़ीचर ताज़ा ख़बरें. Read latest News in Hindi.
चिरावा, झुंझुनू (11 अक्टूबर) रामकृष्ण जयदयाल डालमिया सेवा संस्थान द्वारा चिड़ावा के नरहड़ एंव खेमू की ढाणी के 331 किसानों को रबी कृषि आदान वितरण एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसके मुख्य अतिथि पूर्व कृषि वैज्ञानिक डाॅ0 हनुमान प्रसाद, विशिष्ट अतिथि संस्थान के सलाहकार निरंजन सिंह, संस्थान के परियोजना प्रबंधक भूपेन्द्र पालीवाल, जल संसाधन एव ग्रामीण विकास समन्वयक संजय शर्मा थे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डाॅ. हनुमान प्रसाद ने बताया कि कम खर्च कम पानी और अधिक उत्पादन के साथ हमें टिकाऊ खेती पर जोर देना होगा। उन्होनें किसानों से कहा कि अब समय के साथ-साथ जलवायु में परिवर्तन हो रहा है एवं तापमान अनुकूल परिस्थितियों में होने पर ही रबी फसलों की बुवाई की जाए एवं बीज की मात्रा बुवाई के समय को विशेष /यान रखते हुए ही बीज को बोना चाहिये। फसल की क्रान्तिक अवस्थाओं पर सिचांई अवश्य करनी चाहिए अन्यथा किसान को नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। उन्होनें किसान की आय को दोगुनी करने में समन्वित कृषि प्रणाली को अहम बताया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि निरजंन सिंह ने उपस्थित सभी किसानों को चिडावा क्षेत्र के घटते हुए भूजल स्तर के परिदृश्य के बारे में जानकारी दी एवं किसानों को रोजमर्रा की जिन्दगी में पानी को न्यायसंगत ढंग से इस्तेमाल करने पर जोर देने की बात कही साथ ही उन्होनें समाज को नशामुक्त करने की बात कही एवं एक बार इस्तेमाल होने वाली पाॅलिथीन के नुकसान को बताते हुए इसे बन्द करने की बात कही एवं पाॅलिथीन की जगह कपड़े के थैले काम में लिए जाए इस पर विशेष जोर दिया व सम्पूर्ण स्वच्छता के उपर चर्चा की गई।
कार्यक्रम में परियोजना प्रबंधक ने समन्वित कृषि प्रणाली के बारे में विस्तृत जानकारी दी एवं संस्थान द्वारा किये जा रहे विभिन्न कार्यो के बारे में किसानों को अवगत कराया। किसानों को केन्द्र सरकार की किसान उत्पादन संगठन योजना के बारे में जानकारी देते हुए कम मूल्य पर बीज, खाद, कृषि उपकरणों आदि की उपलब्धता एंव किसानों के उत्पादों को सही तरह से प्रोसेसिंग, अनाज भण्डारण एंव बाजार में विक्रय करने के तरीकों के बारे में बताया। कहा कि इस स्कीम के तहत किसानों को मिलने वाले लाभ एंव इसके अन्तर्गत आने वाली योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। अतं में उन्होनें किसानों को जैविक खेती करने की बात कही।
कार्यक्रम में संस्थान के कृषि पर्यवेक्षक राकेश महला ने कार्यक्रम में प्रशिक्षण देते हुए किसानों को बताया कि रबी फसलों की बीज की मात्रा बुवाई के समय को विशेष ध्यान रखते हुए ही बीज को बोना चाहिये। उन्होनें चना, सरसों, गेंहु, जौ रबी फसलों के उचित बीजदर बुवाई का सही समय बीजोपचार करने की विधि सिंचाई का समय खाद एवं उरर्वक के बारे में विस्तारपुर्वक बताया एवं चना फसल में आने वाली बीमारीयों की रोकथाम के बारे में जानकारी दी। साथ ही उन्होंने कम पानी में अधिक पैदावार देने वाली उन्नत किस्मों के बारे में किसानों को जानकारी दी ।
कार्यक्रम का संचालन जल संसाधन एव ग्रामीण विकास समन्वयक संजय शर्मा ने किया।
इस अवसर पर संस्थान के पर्यवेक्षक सोमवीर लाम्बा, अजय बलवदा, रविन कुमार, बलवान सिंह और, सूरजभान रायला, मोनिका स्वामी, नरेश आलडिया, शिवनारायण उपस्थित थे।