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जेंडर समानता व बेटियों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे लाने की महति आवश्यकता
कॉन्स्टिट्यूशन क्लब दिल्ली में हुआ कार्यशाला का आयोजन
झुंझुनूं, (03 अगस्त 2023)। कॉन्स्टिट्यूशन क्लब दिल्ली में चयनित सांसदों व स्वैच्छिक संगठनों बेटे को प्राथमिकता व बेटियों की अवहेलना के ऊपर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए झुंझुनूं सांसद नरेंद्र कुमार खीचड़ ने कहा कि जेंडर समानता व बेटियों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे लाने की महति आवश्यकता है। सांसद ने कहा कि गर्भधारण पूर्व लिंग चयन सेवाओं को बढावा देने वाले विडियो,उत्पादों और वेबसाइटों को सोशल मीडिया के माध्यम से लिंग चयन की जानकारी देना पीसीपीएनडीटी एक्ट का उल्लंघन है। जिसे रोकने के लिए लोकसभा में इस मुद्दे को प्राथमिकता से रखेगें। उन्होंने कहा कि ऑनलाईन व डिजिटल प्लेटफार्म को विनियमित करने की तत्काल आवश्यकता है। क्योंकि लिंग भविष्यवाणी, लिंक प्रशिक्षण किट और संबंधित सेवाओं के बारे में विज्ञापन की अनुमति दे रहे है उसे ओर बढ़ावा दे रहे है बल्कि पितृसत्तात्मक मानसिकता को भी बढ़ावा मिल रहा है। जिससे बेटे को प्राथमिकता व बेटियों की अवहेलना हो रही है।
यूएनएफपीए व गर्ल्स काउंट द्वारा किए गए अध्ययनों में डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से लिंग भविष्यवाणी को बढ़ावा देने वाली सेवाओं की उपलब्धताओं की चर्चा में भाग लेते हुए समाज नेटवर्क के समन्वयक निरंजन सिंह ने कहां कि भारत में घटती बालिकाओं की संख्या चिंताजनक स्थिति में जा रही है। जिसमें डिजिटल प्लेटफार्म पीसीपीएनडीटी एक्ट का उल्लंघन कर रहा है। जिसे रोकने के लिए पीसीपीएनडीटी एक्ट 1994 में सुधार की आवश्यकता है। गर्ल्स काउंट के सहयोगी राजस्थान से एसआरकेपीएस प्रतिनिधि राजन चौधरी ने कहा कि गूगल, यूट्यूब के माध्यम से लिंग जांच की जानकारी दी जा रही है जो सुप्रीम कोर्ट के 2015 के आदेश का उल्लंघन है। कार्यशाला में सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री रामदास अठावले सहित 10 राजनीतिक दलों के सांसदों ने भाग लिया। गर्ल्स काउंट के प्रतिनिधि रिजवान परवेज ने सभी का आभार प्रकट किया।