Rajasthan Update - पढ़ें भारत और दुनिया के ताजा हिंदी समाचार, बॉलीवुड, मनोरंजन और खेल जगत के रोचक समाचार. ब्रेकिंग न्यूज़, वीडियो, ऑडियो और फ़ीचर ताज़ा ख़बरें. Read latest News in Hindi.
झुंझुनूं, (24 जुलाई 2023) | मणिपुर में हिंसा और महिलाओं के साथ हुई बर्बरता के खिलाफ ” महिला अत्याचार विरोधी संघर्ष समन्वय समिति झुंझुनूं के बैनर तले तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन किया व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पूतला दहन किया – जिला कलेक्टर झुंझुनूं के सामने मणिपुर की घटना का विरोध करते हुए, देश की बेटियों के साथ बर्बर अत्याचार बंद करो, मणिपुर के मुख्यमंत्री इस्तीफा दो, मणिपुर में तुरंत शांति बहाल करो, केन्द्र सरकार मुर्दाबाद, अपराधियों को गिरफ्तार करो, देश की बेटियों के साथ अत्याचार नहीं सहेंगे।के नारे लगा रहे थे। विरोध प्रदर्शन में महिलाओं और नागरिकों ने भाग लिया। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि मणिपुर हिंसा और महिलाओं के साथ बहसी दरिन्दगी के लिए केन्द्र की मोदी सरकार जिम्मेदार है। मणिपुर की राज्यपाल ने केन्द्र सरकार व ग्रह मंत्रालय को मणिपुर की भयावह स्थिति के लिए बार बार अवगत करवा दिया था लेकिन केन्द्र सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया और मणिपुर को जलते हुए तमाशा देखते रहे। प्रधानमंत्री मोदी के मुंह में दही जम गया, मणिपुर के बारे में एक शब्द भी जबान से नहीं निकला। अब निकला है तो मणिपुर की बजाय राजस्थान और छत्तीसगढ़ में महिलाओं के अत्याचार नजर आते हैं, यह अब्बल दर्जे की धूर्तता है जो एक देश के प्रधानमंत्री के लिए शोभा नहीं देती। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी की 27 जुलाई को सीकर में होने वाली सभा के प्रति विरोध प्रकट करते हुए किसान मजदूर छात्र नौजवान और महिलाओ को बहिष्कार करने का प्रस्ताव पारित किया गया। महामहिम राष्ट्रपति महोदया को जिला कलेक्टर झुंझुनूं के माध्यम से ज्ञापन दिया गया जिसमें मांग की गई कि मणिपुर में तुरंत हिंसा बंद कराई जाकर शान्ति स्थापित करवाई जाए तथा संविधान के अनुसार कानून का राज स्थापित किया जाए।वक्ताओं में समिति के संयोजक बजरंग लाल एडवोकेट, सर्वहारा एकता मंच के महेश चोमाल, क्रान्तिकारी किसान यूनियन के करणीराम मझाऊ,तारा पुनिया, मधु खन्ना, शारदा ढाका, सुमित्रा शर्मा,भीम आर्मी के प्रदीप चंदेल, युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष रविन्द्र सिंह कड़वासरा, विक्रम दुलड एडवोकेट, महेंद्र बाबल, विक्रम स्वामी, ओपेन्दर डुडी, दीपक बाबल, शुभकरण महला, महताब सिंह चौधरी, सहदेव कस्वा, पितराम कालेर, पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी लियाकत अली, के मोहनलाल , बलबीरसिंह झाझडिया,हरिसिंह रायल, रामेश्वर बांस नानक, आदि प्रमुख थे। इसके अलावा लक्ष्मीनारायण, अलीहसन, बाबुलालजी थालौर, लीलाधर, धर्मपाल सिंह डारा, छैलूराम जाट, प्यारेलाल झाझडिया, ओमप्रकाश जीनगर, जाफर अली, युनूस अली भाटी, दयानंद जानू, रामेश्वर डूडी, श्रीराम डूडी, नरेश ढाका एडवोकेट, कुलदीप बुगालिया एडवोकेट, हरिराम मुंशी, जितेन्द्र सिंह एडवोकेट, रामसिंह छानुनिया, रायसिंह तोगडा, रामनिवास नूनिया, उम्मेदसिंह कृष्णिया, मनीराम चौधरी, बालाराम मेघवाल, बनवारीलाल जाट, उदाराम, रणधीर सिंह झाझडिया, श्याम लाल कालेर, रामनिवास बेनीवाल, राजेश कालेर, केशरदेव कालेर, भागीरथ कपूरिया, ओंकारमल कुलहरी, श्रीचंद कालेर, किशन मांजू, महेन्द्र काजला, बचनसिंह मीणा, विजयसिह बोयल के अलावा अन्य लोग उपस्थित थे। संचालन बजरंग लाल एडवोकेट ने किया।